
बारिश का मौसम शुरू होते ही घरों में मक्खी, मच्छर, कॉकरोच और चींटों के साथ-साथ दीमक का खतरा भी बढ़ जाता है. घर में नमी के वजह से दीमक आसानी से फ़ैल जाते है और एक बार ये शुरू हो गए तो पुरे फर्नीचर को अंदर से खोखला कर देती है. अक्सर दीमक का पता तब चलता है जब वह किसी लकड़ी को पूरी तरह से खा लेता है. इसलिए ज्यादा बारिश शुरू होने से पहले ही दीमक से बचाव के कुछ उपाय जान लीजिये।
नीम का तेल
नीम का तेल एक प्राकृतिक और असरदार उपाय है. अगर आप अपने फर्नीचर पर नीम का तेल लगाते है तो दीमक के साथ -मच्छर और खटमल भी दूर भाग जाते हैं. बारिश के मौसम में अपने लकड़ी के सामान पर नीम का तेल लगाएं, दीमक लगने वाली जगह पर इसे छिड़क दें ऐसा करने से दीमक भाग जायेंगे और फर्नीचर लम्बे समय तक सुरक्षित रहेंगे।
नमक
हर घर में नमक बड़ी आसानी से मिल जाता है, जहाँ भी आपको दीमक लगी दिखें, उस जगह पर नमक छिड़क दें. नमक में ऐसे गुण होते हैं जो दीमक को भगाने में मदद करते हैं और उन्हें खत्म कर देते हैं.
सिरका और नींबू का इस्तेमाल
सिरका और नींबू का घोल दीमक भागने में काफी मददगार होता है. इस बर्तन मे सिरका और नींबू को एक साथ मिला लें. इस पेस्ट को दीमक वाली जगह पर लगा लें, हफ्ते में 3 से 4 बार ऐसा करने से दीमक मर जाएगी। आप इसे अपने दरवाजों, फर्नीचर और दीवारों पर भी छिड़क सकते हैं.