
रेल मंत्रालय रेलवे भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। इसके लिए मंत्रालय ने रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) को सभी विभागीय परीक्षाएं एक केंद्रीकृत कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) के माध्यम से आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इस ऑनलाइन तकनीकी के जरिए भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया में तेजी आएगी और परीक्षा का आयोजन बिना किसी चीटिंग और पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न किया जा सकेगा।
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रेलवे की जबरदस्त पहल
बता दें युवाओं की सुविधा हेतु रेलवे किसी भी तरह की गडबड़ी को रोकने के लिए e-KYC और रियल-टाइम फेस रिकग्निशन तकनीकी का इस्तेमाल करेगा। यानी अब से परीक्षा के समय आधार कार्ड से पहचान की पुष्टि की जाएगी। इसके साथ ही बार-बार फॉर्म भरने की झंझट को खत्म करने के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन यानी OTR सिस्टम को भी लागू किया है। जिसके जरिए उम्मीदवार एक बार रजिस्ट्रेशन करके आने रेलवे की सभी भर्तियों में आसानी से आवेदन कर सकेंगे।
वर्ष परीक्षा कैलेंडर की व्यवस्था लागू
इसके अलावा रेल मंत्रालय ने अब ग्रुप सी पड़ीं के लिए भी वर्ष परीक्षा कैलेंडर जारी करने की व्यवस्था लागू कर दी है, इससे भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को भर्ती की जानकारी मिल सकेगी। 2024 में रेलवे की तरफ से कुल 1,08,000 से अधिक पदों पर भर्तियां निकाल गई थी, इसमें कुछ प्रमुख पद जैसे NTPC, ALP, टेकनीशियन और RPF के लिए करोड़ों आवेदन आए थे।
कड़ी सुरक्षा से चीटिंग होगी नामुमकिन
रेलवे भर्ती परीक्षाओं में सुरक्षा कड़ी करने के लिए रेलवे ने परीक्षा के सभी केंद्रों पर 10% मोबइल जैमर लगाए, ताकि कोई तकनीकी धोखाधड़ी ना की जा सके जिसका असर जून 2025 की परीक्षा में भी दिखा। जिसमें किसी भी तरह की चीटिंग की कोई खबर सामने नही आई। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों की जांच और तलाश मेटल डिटेक्टर से की जाएगी।
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