
एक महीने पहले 12 जून के दिन अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 में हादसा हो गया। इस हादसे में कुछ ही सेकंड में 260 लोगों की जान चले गयी, इसमें 229 यात्री, 12 क्रू सदस्य और ज़मीन पर मौजूद 19 लोग शामिल थे. हादसे के बाद से जाँच एजेन्सी घटना का कारण पता कर रही है. शनिवार 12 जुलाई को जांच एजेंसी ने एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने इस हादसे पर 15 पन्नों की शुरुआती रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
सामान्य शुरुआत और पायलट की जानकारी
उस दिन को-पायलट क्लाइव कुंदर विमान उड़ा रहे थे, जबकि कमांडर सुमीत सभरवाल पायलट मॉनिटरिंग का काम देख रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार उड़ान भरने से पहले सुबह हवाई अड्डे पर उनका ब्रेथलाइजर टेस्ट भी हुआ था। विमान का रखरखाव भी तय समय पर हुआ था। उड़ान की शुरुआत सामान्य थी और विमान लगभग 400 फीट की ऊंचाई तक सामान्य रूप से पहुंच गया था.
उड़ान भरते ही इंजन ख़राब हो गया
हादसे का सबसे बड़ा कारण सामने आया कि उड़ान भरने के ठीक बाद बोइंग 787-8 विमान के दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ (बंद) पोजीशन पर आ गए. 12 जुलाई को जारी हुई एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की रिपोर्ट बताती है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्ड में एक पायलट दूसरे से पूछता सुनाई दे रहा है कि उसने फ्यूल क्यों काटा, जिस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया। हालाँकि रिपोर्ट में सही से पता नहीं चल पा रहा है कि यह बार किसने किससे कही है.
ईंधन स्विच की स्थिति
हादसे के बाद विमान मलबे में ईंधन नियंत्रण स्विच ‘रन’ पोजीशन में मिला। ये स्विच इंजन में ईंधन के बहाव को नियंत्रित करते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि स्विच को जानबूझकर हिलाया जा सकता है. रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि स्विच पायलटों में से किसी एक ने बदले थे या नहीं।
एयर इंडिया की फ्लाइट में खराबी
एक रिपोर्ट बताती है कि अमेरिकी विमानन नियामक FAA ने 2018 में बोइंग 737 और 787 विमानों में इस्तेमाल होने वाले फ्यूल कंट्रोल स्विच में खराबी को लेकर एक चेतावनी जारी की थी, जिसमे बताया गया था कि इन स्विचों में लगे लॉक ढीले हो सकते हैं. लेकिन एयर इंडिया ने इस चेतावनी पर कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि यह सिर्फ एक सलाह थी. विमान की जाँच से पता चला कि कॉकपिट के थ्रोटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और 2023 में बदला गया था, लेकिन यह बदलाव फ्यूल कंट्रोल स्विच में किसी खराबी के कारण नहीं किया गया था. रिपोर्ट में फ्यूल कंट्रोल स्विच से संबंधी खराबी सामने नहीं आई है.