
भारत में लगातार रिनयूएबल एनर्जी की कैपेसिटी में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बाद देश बन गया है। वहीं 2026 तक भारत विश्व के सबसे तेजी से बढ़ते रिनयूएबल इलेक्ट्रिसिटी मार्केट के रूप में अपनी नई क्षमता बढ़ोतरी को दोगुना करने की राह पर है। इसके लिए भारत ने वर्ष 2023 तक 450GW रिनयूएबल एनर्जी क्षमता स्थापित करने का महत्त्वकांक्षी लक्ष्य रखा है।
रिनयूएनल एनर्जी के तेजी से विकसित हो रहे इस सेक्टर में वारी एनर्जीज लिमिटेड और प्रीमियर एनर्जीज लिमिटेड अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी के तौर पर उभर रही हैं। ऐसे में निवेश के मामलें मे कौन सी कंपनी अच्छा रिटर्न प्रदान करेगी और निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर मौका कहां है, चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।
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किसकी कितनी है भागीदारी
Waaree Energies और Premier Energies दोनों ही कंपनियां एक ही सोलर सेक्टर सक्रिय है, हालांकि इनकी हिस्सेदारी की बात करें तो भारत में सोलर मॉड्यूल में वारी की मार्केट हिस्सेदारी 14.1 फीसदी है। वारी एनर्जीज के पास वित्तीय वर्ष 25 तक लगभग 15GW की सोलर मॉड्यूल निर्माण क्षमता है और FY26-27 तक इसमें 4.8GW और जोड़ने की योजना है। कंपनी के पास 5.4GW की सोलर सेल निर्माण क्षमता भी है. साथ ही FY27 तक 6GW की इंगॉट और वेफ़र सुविधा तैयार होने की उमीद है।सोलर मॉड्यूल में प्रीमियर एनर्जीज की कुल निर्माण क्षमता 11.1 है, जिसमें 6GW का विस्तार अभी प्रगति पर है।
कैसा रहा रिटर्न का हाल
वीर एनर्जीज का मार्केट कैप 85,935 करोड़ रुपये है, शुक्रवार को इसके शेयर 0.49 फीसदी की गिरावट के साथ 2,971 रुपये पर बंद हो गए, जबकि कंपनी ने पिछले एक महीने में 3.71 फीसदी का रिटर्न दिया। वहीं प्रीमियर एनर्जीज का मार्केट कैप 47,795 करोड़ रुपये है, शुक्रवार को इसके शेयर 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 1,058 रुपये पर बंद हुए वहीं पिछले साल कंपनी ने एक महीने में 0.49 फीसदी का रिटर्न दिया।
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कंपनी का ऑर्डर बुक
वारी एनर्जीज के पास वर्तमान में लगभग 25W के कन्फर्मड ऑर्डर हैं, साथ ही 100GW से अधिक की बड़ी पाइपलाइन मौजूद है। वित्तीय वर्ष 25 की शुरुआत तक वारी एनर्जीज का ऑर्डर बुक लगभग 47,000 करोड़ रुपये रहा। इसमें 43 फीसदी ऑर्डर भारत से 57 फीसदी विदेशी बाजार से प्राप्त हुआ। प्रीमियर एनर्जीज का ऑडर बुक मार्च 2025 तक 8,445.6 करोड़ रुपये रहा, इसके ऑर्डर बुक का 73 फीसदी हिस्सा सोलर मॉड्यूल सेगमेंट से आता है, जबकि 27 फीसदी सेल्स और 0.6 फीसदी EPC प्रोजेक्ट्स से प्राप्त होता है।
कैसा रहा कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो Waaree Energies ने वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 4,004 करोड़ का रिवेन्यू जेनरेट किया है, यह लाभ पिछले साल की इसी तिमाही से 36 फीसदी अधिक है। इससे कंपनी का नेट प्रॉफ़िट 644 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि प्रीमियर एनर्जीज ने वित्तीय वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 1,621 करोड़ रुपये का रिवेन्यू कमाया है, जो पिछले साल से 44 फीसदी अधिक है। इससे कंपनी का नेट प्रॉफ़िट 167 फीसदी से बढ़कर 278 करोड़ रुपये हो गया है।
बता दें पिछले तीन सालों में वारी का रिवेन्यू सालाना 72 फीसदी और नेट प्रॉफिट 189 फीसदी की CAGR से बढ़ा है। वहीं प्रीमियर का रिवेन्यू सालाना 106 फीसदी से अधिक की CAGR से बढ़ा है।
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