थाईलैंड से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर मोगली की कहानी सच लगने लगती है. लापले जिला (Loei Province) में एक 8 वर्षीय इंसानी बच्चा कुत्तों के बीच इस कदर बड़ा हुआ कि अब वह न तो किसी भाषा में बात कर पाता है और न ही सामाजिक व्यवहार समझता है. जब स्थानीय प्रशासन ने उसे एक नशे के अड्डे जैसी जगह से रेस्क्यू किया, तो पाया कि वह केवल कुत्तों की तरह भौंक कर बातें कर रहा था, जिसे अधिकारी समझने में नाकाम रहे.

कुत्तों के बीच पला, इंसानों से दूर रहा
दरअसल पड़ोसियों और स्थानीय स्कूल प्रशासन की शिकायत के बाद 30 जून को एक टीम ने उस जगह पर छापा मारा जहां यह बच्चा रह रहा था. होंगसाकुल फाउंडेशन (Hongsakul Foundation) की अध्यक्ष पाविना होंगसाकुल ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार बच्चे को देखा तो उसकी हालत देख उनकी आँखों में आँसू आ गए. वह गंदगी और जानवरों के बीच रह रहा था, और भौंकने के अलावा कुछ नहीं बोल पा रहा था.
मां और बड़ा भाई निकले नशेड़ी
जांच के दौरान सामने आया कि बच्चे की मां और 23 वर्षीय बड़ा भाई नशे के आदी हैं. पड़ोसियों ने बताया कि मां अकसर कई-कई हफ्तों तक गायब रहती थी और बच्चे को छह कुत्तों के बीच अकेला छोड़ देती थी. जब किसी ने मदद की कोशिश की तो वह उल्टा उन्हें धमकाने लगती थी.
फाउंडेशन में नई शुरुआत की कोशिश
फिलहाल बच्चा होंगसाकुल फाउंडेशन की देखरेख में है. पाविना का कहना है कि अब उनकी कोशिश है कि इस बच्चे को सही परवरिश दी जाए और उसे एक सामान्य और अच्छा जीवन दिया जा सके. उन्होंने कहा, “किसी भी बच्चे को इस तरह की हालत में देखना दिल तोड़ने वाला होता है. लेकिन हम उसे एक नया जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”