5 जुलाई की भविष्यवाणी से मचा हड़कंप, टिकट कैंसिल कर रहे हैं हजारों लोग

रियो तात्सुकी की 5 जुलाई को सुनामी की चेतावनी ने ट्रैवल इंडस्ट्री को कर दिया हैरान-परेशान! फ्लाइट बुकिंग 80% तक रद्द, सोशल मीडिया पर #July5Disaster ट्रेंड में। जानिए क्या है इस रहस्यमयी भविष्यवाणी के पीछे की पूरी कहानी।

By GyanOK

जापान में इन दिनों एक अनोखा डर फैल गया है कोई प्राकृतिक चेतावनी नहीं, न ही मौसम विभाग की कोई रिपोर्ट, फिर भी हजारों लोग अपनी फ्लाइट टिकट कैंसिल कर रहे हैं, वजह है एक मंगा आर्टिस्ट रियो तात्सुकी की भविष्यवाणी.

रियो तात्सुकी को जापान की ‘न्यू बाबा वेंगा’ कहा जा रहा है उन्होंने दावा किया है कि 5 जुलाई, 2025 को जापान में एक भीषण सुनामी आ सकती है. इस भविष्यवाणी के बाद से न सिर्फ जापान, बल्कि पूरे एशिया में हलचल मच गई है.

5 जुलाई की भविष्यवाणी से मचा हड़कंप, टिकट कैंसिल कर रहे हैं हजारों लोग
5 जुलाई की भविष्यवाणी से मचा हड़कंप, टिकट कैंसिल कर रहे हैं हजारों लोग

मांग में गिरावट, फ्लाइट्स कैंसिल

तात्सुकी की चेतावनी के बाद हांगकांग से जापान आने-जाने वाली 80 फीसदी फ्लाइट बुकिंग्स कैंसिल हो चुकी हैं. हांगकांग एयरलाइंस ने कागोशिमा और कूमामोटो के लिए जुलाई-अगस्त की फ्लाइट्स रोक दी हैं. एयरलाइन अधिकारी इस गिरावट के पीछे तात्सुकी की चेतावनी को ही वजह मान रहे हैं.

ग्रेटर बे एयरलाइंस ने बताया कि अप्रैल और मई की बुकिंग में भारी गिरावट आई है. जहां 80 फीसदी सीट भरने की उम्मीद थी, वहीं ऑक्यूपेंसी सिर्फ 40 फीसदी रही. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया कि इस साल हांगकांग-जापान फ्लाइट्स में 50% तक की कमी दर्ज की गई है.

तात्सुकी की भविष्यवाणी डर की वजह

‘The Future I Saw’ नाम की मंगा में तात्सुकी ने सपनों के आधार पर भविष्यवाणी की है कि 5 जुलाई को जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र में भीषण हलचल होगी. उनकी माने तो यह 2011 के तोहोकू भूकंप से तीन गुना ज्यादा तबाही ला सकती है.

तात्सुकी की पिछली भविष्यवाणियां, जैसे प्रिंसेस डायना की मौत और कोविड-19 महामारी, सच साबित हो चुकी हैं. इसीलिए इस बार भी लोग उनके शब्दों को हल्के में नहीं ले रहे. सोशल मीडिया पर #July5Disaster ट्रेंड कर रहा है और लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं.

सरकार ने किया अपील, अफवाहों से बचें

जापान सरकार और आपदा विशेषज्ञों ने साफ किया है कि इस भविष्यवाणी के पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. उन्होंने लोगों से घबराने या अफवाह फैलाने से बचने की अपील की है.

हालांकि, डिजिटल दौर में फैले डर और अंधविश्वास को रोकना आसान नहीं है. ऐसे में 5 जुलाई का दिन कई लोगों के लिए उत्सुकता और आशंका से भरा साबित हो रहा है.

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