
आज के समय में सभी नागरिकों को पर्याप्त राशन मिल सकें उसके लिए राशन डिपो की सुविधा उपलब्ध करवाई है. जिन लोगों के पास राशन कार्ड है उन्हे कम दामों में राशन दिया जाता है. लेकिन कई बार ये परेशानी का कारण बन जाता है, इसलिए हिमाचल सरकार ने राशन लेने के तरीके में बदलाव कर दिया है. अब लोगों को अंगूठा लगाने की जगह अपने मोबाइल पर आए ओटीपी से पहचान करानी होगी। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि राशन वितरण के लिए इस्तेमाल होने वाली आधार वाली मशीनें अब मान्य नहीं रहीं।
अब होगा L-One Category की मशीनों का उपयोग
दिल्ली के खाद्य विभाग ने केंद्र सरकार से कहा है कि राशन की दुकानों पर इस्तेमाल हो रही बायोमेट्रिक मशीनों को चलाने की समय-सीमा बढ़ा दी जाए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो नई मशीनें खरीदने के लिए जल्द ही काम शुरू करना होगा। अभी जो मशीनें इस्तेमाल हो रही हैं, वे L-Zero कैटेगरी की हैं, जिन्हें UIDAI ने बंद कर दिया है. नए नियमों के अनुसार अब L-One Category की मशीनों का उपयोग किया जाएगा. इसलिए अब सभी राशन की दुकानों पर पुरानी मशीनों को हटाकर नई मशीनें लगानी पड़ेंगी.
ये बदलाव इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कई बाद पुरानी मशीनों से लोगों के अंगूठे के निशान ठीक से स्कैन नहीं हो पाते थे, जिससे उन्हें राशन लेने में दिक्कत आ रही थी। इस समस्या को दूर करने के लिए अब नई ‘एल वन’ डिवाइस लगाई जा रही हैं, जो बेहतर तरीके से अंगूठे की पहचान कर सकती हैं। सरकार ने पुरानी मशीनों को इस्तेमाल करने की समय सीमा बढ़ाने के लिए केंद्र से अनुरोध किया है, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि यह समय सीमा बढ़ेगी या नहीं। अगर समय सीमा नहीं बढ़ती है, तो जब तक सभी जगह नई एल-वन डिवाइस नहीं लग जातीं, तब तक लोगों को ओटीपी के ज़रिए ही राशन मिलेगा.
दिल्ली में 19 लाख लोग ले रहे है लाभ
आज के समय में दिल्ली के 19 लाभ से ज्यादा लोग सरकारी राशन का लाभ ले रहे है, अगर उन्हें किसी वजह से राशन लेने में परेशानी हो रही है, तो उनके नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा. इस OTP को दिखाकर वे अपना राशन ले सकते है. विभाग का ये भी कहना है कि राशन मिलना बंद नहीं होना चाहिए, इसलिए फिलहाल यह ओटीपी का तरीका इस्तेमाल किया जा रहा है.