SBI, PNB, BOB देश के बड़े सरकारी बैंक हैं अब खबर है की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और दो अन्य बैंक मिलकर एक नई साझा वसूली कंपनी बनाने जा रहे हैं. ये नई कंपनी मिलकर 5 करोड़ तक छोटे लोन और MSME वाले लोनों की रिकवरी करेंगे.

क्या है इस योजना का मकसद?
अब तक वसूली के लिए बाहरी एजेंसियों की मदद केवल तीन-चार सरकारी बैंक ही लेते थे, अब ये मुहिम एक नया कदम मनी जा रही है. इसे पीएसबी एलायंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की संस्था के जरिए चलाया जाएगा. ये संस्था पहले इस योजना का प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट तैयार करेगी। फिलहाल इस योजना में पाँच बैंक शामिल है लेकिन आगे चलकर इसमें अन्य बैंक भी शामिल हो सकते हैं.
बैंकों को क्या होंगे फायदे?
एक वरिष्ठ बैंक अधिकारी ने बताया कि इस साझा कंपनी के जरिए बैंक अपने मौजूदा काम पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे, साथ ही एक ही उधारकर्ता के अलग-अलग बैंकों से लिए गए लोन से वसूली करने में आसानी होगी. साथ ही ये कंपनी ‘नेशनल एसेट रिकन्स्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL)’ की जैसी भूमिका निभा सकती है।
वसूली का अगला कदम क्या होगा?
बैंक के अधिकारी ने बताया कि अगर इस साझा कंपनी के जरिए भी लोन की वसूली नहीं होती तो उस खाते को NARCL जैसी एसेट रिकन्स्ट्रक्शन कंपनी (ARC) को सौंपा जा सकता है। इससे बैंक बड़े अपना पूरा ध्यान उन लोन पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगे जो ज्यादा जटिल स्थिति में हैं।
NPA और वित्त मंत्रालय की रणनीति
वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि बैंक अपने सबसे बड़े 20 लोन जो डूब चुके हैं उनकी नियमित समीक्षा करें. साथ ही जिन खातों का निपटारा लेनदारों की समिति (CoC) के पास तीन महीने से अधिक समय से लंबित है, उन पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
CARE Ratings की रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2025 को सरकारी बैंकों के कुल डूबे हुए ऋण (ग्रॉस एनपीए) में 17% की कमी आई है, जिससे यह घटकर ₹2.94 लाख करोड़ पर आ गया है। हालांकि, जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही में नए डूबे ऋण (फ्रेश स्लिपेज) की रकम में 7.8% की वृद्धि दर्ज की गई है।
EASE रिफॉर्म्स के तहत साझा पहल
सरकार सरकारी बैंकों के बीच सहयोग बढ़ाने और साझा सुविधाएं विकसित करने पर जोर दे रही है। पहले से ही बैंक साझा सेवाओं जैसे ‘बैंकनेट’ (नीलामी प्लेटफॉर्म), ‘डोरस्टेप बैंकिंग’, और साझा ‘क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर’ पर काम कर रहे हैं। नई वसूली कंपनी इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम होगी।
PNB एलायंस की भूमिका और भविष्य की योजना
पीएसबी एलायंस प्राइवेट लिमिटेड, जो सरकारी बैंकों की एक साझा कंपनी है, इस योजना का संचालन करेगी और इसे इसी वित्तीय वर्ष (मार्च 2026 तक) पूरी तरह से चालू करने की उम्मीद है। यह पहल बैंकों की वसूली प्रक्रिया को और मजबूत करने और बैंकिंग सेक्टर की मजबूती को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।