
जब भी आपके मोबाइल पर कोई SMS आता है, तो आपने यह जरूर गौर किया होगा कि उसके आख़िर में “-P”, “-T”, “-S” या “-G” जैसे suffixes जुड़े होते हैं। इन छोटे-छोटे अक्षरों का बड़ा मतलब होता है, और यह सिर्फ कोई टेक्स्ट खत्म करने का तरीका नहीं, बल्कि एक सरकारी दिशा-निर्देश के अनुसार दिया गया सुरक्षा चिह्न होता है। इन suffixes को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा निर्धारित किया गया है, जिससे यूजर्स को स्पैम और स्कैम जैसे खतरों से बचाया जा सके।
-P (Promotional): प्रमोशनल SMS की पहचान
अगर किसी मैसेज के आख़िर में “-P” लिखा है, तो समझ लीजिए कि वह Promotional संदेश है। ऐसे मैसेज आमतौर पर कंपनियां अपने उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करने के लिए भेजती हैं। जैसे किसी मोबाइल ऑफर, क्रेडिट कार्ड या ई-कॉमर्स वेबसाइट का प्रचार। ये संदेश TRAI के नियमों के अनुसार सुबह 9 बजे से रात 9 बजे के बीच ही भेजे जा सकते हैं ताकि ग्राहक को असुविधा न हो।
-S (Service): सर्विस-आधारित सूचना
जब SMS के अंत में “-S” होता है, तो वह किसी Service-related जानकारी से जुड़ा होता है। जैसे बैंक या मोबाइल ऑपरेटर की ओर से सब्सक्रिप्शन सर्विस में बदलाव की जानकारी, या खाते में बदलाव का अपडेट। इस प्रकार के संदेश जरूरी सेवा सूचनाएं पहुंचाते हैं जो यूजर के लिए बेहद उपयोगी होती हैं।
-T (Transactional): लेन-देन से जुड़ी सूचना
“-T” वाले SMS आमतौर पर Transactional होते हैं। इनमें OTP, भुगतान की पुष्टि, शिपिंग स्टेटस, या बैंक बैलेंस जैसी जरूरी जानकारियां शामिल होती हैं। इन संदेशों की खास बात यह है कि इन्हें किसी भी समय भेजा जा सकता है, क्योंकि इनमें तात्कालिक जानकारी होती है। यूजर इन संदेशों से तत्काल प्रतिक्रिया लेता है और ये समय की पाबंदी से मुक्त होते हैं।
-G (Government): सरकारी घोषणाओं के लिए
अगर किसी SMS के आख़िर में “-G” लिखा है, तो वह संदेश किसी Government एजेंसी द्वारा भेजा गया है। इसमें आमतौर पर स्वास्थ्य चेतावनियां, आपातकालीन सूचना, सरकारी योजनाओं की जानकारी या कोई अन्य आधिकारिक अपडेट होता है। इनकी महत्ता को देखते हुए इन्हें कभी भी भेजा जा सकता है और इन्हें सबसे ऊपर प्राथमिकता दी जाती है।
जब कोई suffix नहीं होता: पर्सनल या संभावित स्कैम
अगर आपको कोई ऐसा संदेश मिलता है जिसके आख़िर में “-P”, “-T”, “-S” या “-G” नहीं लिखा है, तो वह या तो Personal मैसेज हो सकता है या फिर Scammer द्वारा भेजा गया मैसेज। यह आपके लिए अलर्ट होने का संकेत है। ऐसे संदेशों पर ध्यान देना ज़रूरी है, खासकर अगर वे किसी लिंक पर क्लिक करने या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने को कहें।
क्या स्कैमर इन suffixes का इस्तेमाल कर सकते हैं?
इसका जवाब है- नहीं। P, T, S और G suffixes के इस्तेमाल के लिए कंपनियों को TRAI से विशेष अनुमति लेनी होती है। उन्हें इसका कारण और उपयोग का उद्देश्य स्पष्ट करना होता है। यह प्रक्रिया काफी सख्त होती है और स्कैमर इसे पार नहीं कर सकते। इसीलिए अगर कोई संदेश इन suffixes के बिना आता है, तो उसे लेकर सतर्क रहना ज़रूरी है।