
गर्मियों के मौसम में तरबूज, आम, अंगूर जैसे रसदार फल भले ही सेहतमंद दिखाई दें, लेकिन डायबिटीज-Diabetes से पीड़ित लोगों के लिए ये फल हानिकारक साबित हो सकते हैं। इन फलों में प्राकृतिक शर्करा यानी फ्रक्टोज़ की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकती है। विशेष रूप से ऐसे फलों का सेवन जब खाली पेट किया जाए या एक बार में ज़्यादा मात्रा ली जाए, तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।
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तरबूज, अनानास और अंगूर
तरबूज (Watermelon) आमतौर पर शरीर को ठंडा रखने और हाइड्रेशन के लिए सबसे ज़्यादा खाया जाता है, लेकिन इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 72 होता है जो ब्लड ग्लूकोज को एकदम से ऊपर चढ़ा सकता है। इसी तरह, अनानास (Pineapple) और अंगूर (Grapes) में भी शुगर कंटेंट ज़्यादा होता है और इनका GI मध्यम से ऊँचे स्तर का होता है, जिससे डायबिटिक मरीजों को सावधानी बरतनी चाहिए।
आम और केला
आम (Mango) को फलों का राजा कहा जाता है, पर डायबिटीज वाले लोगों के लिए यह जोखिमभरा हो सकता है क्योंकि इसमें नैचुरल शुगर की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। यही नहीं, केला (Banana) जैसे फलों में पाए जाने वाले स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट डायबिटिक शरीर में ग्लूकोज को तुरंत बढ़ा देते हैं। इन सभी फलों को लेकर जागरूकता ज़रूरी है ताकि डायबिटीज से जूझ रहे लोग अनजाने में अपने स्वास्थ्य को खतरे में न डाल दें।
फलों का चुनाव ही है असली इलाज
डायबिटीज-प्रबंधन में आहार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इसीलिए यह ज़रूरी है कि फल चुनते समय उनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स, शुगर कंटेंट और शरीर पर असर को ध्यान में रखते हुए ही सेवन किया जाए। जामुन, अमरूद, पपीता और नाशपाती जैसे फल, जो कम GI वाले होते हैं, डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर विकल्प माने जाते हैं। ऐसे फल धीरे-धीरे शुगर रिलीज़ करते हैं और अचानक ब्लड शुगर स्पाइक से बचाते हैं।
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खाली पेट फल खाना पड़ सकता है भारी
सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि डायबिटीज वाले व्यक्ति केवल फल के स्वाद या मौसमी उपलब्धता के आधार पर निर्णय न लें, बल्कि पोषण विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपने आहार को अपनाएं। गर्मियों में हाई शुगर कंटेंट वाले फलों से परहेज़ करके न केवल ब्लड शुगर को नियंत्रित रखा जा सकता है, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं से भी बचा जा सकता है।
फल खाने का सही तरीका क्या हो
फल खाने का सही समय और संयोजन भी काफी मायने रखता है। डायबिटीज के रोगियों को सलाह दी जाती है कि वे फल अकेले न खाएं बल्कि उन्हें प्रोटीन या फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे दही, बीज या मेवों के साथ खाएं, ताकि शुगर का अवशोषण धीरे हो और ब्लड शुगर लेवल स्थिर बना रहे। इसके अलावा, फल खाने से पहले या बाद में शुगर लेवल की मॉनिटरिंग करना भी अत्यंत आवश्यक है, ताकि शरीर की प्रतिक्रिया को ठीक तरह से समझा जा सके।
जागरूकता ही है बचाव का सबसे बड़ा हथियार
डायबिटीज कोई असाध्य रोग नहीं है, पर यह सतर्कता और जागरूकता की मांग करता है। गर्मियों के इन लोकप्रिय फलों को छोड़ना मुश्किल लग सकता है, लेकिन स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना हमेशा सही निर्णय होता है। यदि इन फलों से परहेज़ करना मुश्किल हो, तो कम मात्रा में, सीमित समय और डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करना चाहिए।
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