
अगर भारत देश में तलाक की बात करे तो भारत में सबसे कम तलाक होते है, लेकिन आजकल तलाक के आंकड़ों की बात की जाए, तो यह आकड़ें बढ़ते ही जा रहे है, खास तौर पर देखा जाए तो सेलिब्रिटीज के तलाक मामले बहुत सारे सामने आए है।
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अगर किसी पति-पत्नी का तलाक हो जाता है, तो पत्नी अपने पति को पैतृक संपत्ति पर दावा नहीं कर सकती जब तक की उसे कानूनी तौर पर शामिल न किया गया हो, यानी की विरासत में मिली हुई संपत्ति पर पति के जिंदा रहने तक पत्नी का कोई अधिकार नहीं होता है।
किस संपत्ति पर नहीं है पत्नी का अधिकार
संपत्ति की बात की जाए तो, अगर पति और पत्नी के नाम पर कोई ज्वाइंट प्रॉपर्टी है, यानी उन दोनों ने मिलकर कोई घर खरीदा हो, तो तलाक के बाद पत्नी को उस संपत्ति में से हिस्सा मिलता है, लेकिन अगर कोई प्रॉपर्टी पति के नाम पर है, और पति ने खुद खरीदी है, तो उस प्रॉपर्टी पर पत्नी का कोई अधिकार नही होता, पति के माता -पिता यानी की सास- ससुर या फिर पति की किसी और रिश्तेदार की प्रॉपर्टी में भी पत्नी का कोई हक नहीं रहता, ऐसी किसी भी प्रॉपर्टी में भी पत्नी का कोई हक नहीं रहता, ऐसी किसी भी प्रकार की प्रॉपर्टी पर तलाक लेने के बाद पत्नी दावा नहीं कर सकती।
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किस संपत्ति पर है पत्नी का अधिकार
अगर शादी से पहले पति -पत्नी के बीच प्री -नेप्चुअल एग्रीमेंट हुआ होता है, तो उसे के आधार पर प्रॉपर्टी दी जाती है, यानी की सीधे शब्दों में कहे तो, पति की संपत्ति पर पत्नी का कोई हक नहीं होता है, पत्नी तलाक के बाद पति के सिर्फ भरण पोषण यानी की जिसे एलिमनी कहा जाता है, सिर्फ वही पाने की हकदार होती है, और वह भी किसी भी प्रकार से कंफर्म नहीं होता है, की पत्नी को एलिमनी दी जानी चाहिए या नहीं, इसमें कुछ संपत्ति भी हो सकती है, हालाँकि यह कोर्ट पर निर्भर करता है।