
एचबीएल इंजीनियरिंग-HBL Engineering ने हाल ही में शेयर बाजार में हलचल मचाई जब इसके शेयर मूल्य में 2.65% की तेजी दर्ज की गई और यह ₹579 प्रति शेयर के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया। इस तेजी की अहम वजह कंपनी द्वारा इरकॉन इंटरनेशनल से मिला ₹101.55 करोड़ का बड़ा ऑर्डर है। यह डील न केवल कंपनी के व्यवसाय में मजबूती की ओर इशारा करती है, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में इसके बढ़ते कदमों की पुष्टि भी करती है।
एचबीएल इंजीनियरिंग, जो बैटरी, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस में माहिर है, अब रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के उन्नयन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इरकॉन से प्राप्त नए ऑर्डर के तहत कंपनी को दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलुरु और मैसूर डिवीजनों में 778 किलोमीटर ट्रैक और दो लोकोमोटिव के साथ 85 स्टेशनों पर “कवच” सुरक्षा प्रणाली लगाने की जिम्मेदारी मिली है।
ऑर्डर की विस्तृत जानकारी और कार्यान्वयन योजना
एक्सचेंज फाइलिंग में यह स्पष्ट किया गया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कंपनी को 18 महीने की समयावधि दी गई है। यह ऑर्डर न केवल रेलवे में तकनीकी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि एचबीएल इंजीनियरिंग की ऑर्डर बुक को और समृद्ध बनाएगा। फिलहाल, कंपनी की कुल संचित ऑर्डर बुक ₹3,865.43 करोड़ तक पहुंच चुकी है, जो इसके वृहद कार्यक्षेत्र और सुदृढ़ बाजार स्थिति का प्रमाण है।
कंपनी के अनुसार, कवच सिस्टम के माध्यम से ट्रेन ऑपरेशन को सुरक्षित बनाया जाएगा और ट्रैक पर संभावित टकराव की घटनाओं को रोका जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट का सफल निष्पादन, कंपनी की तकनीकी विशेषज्ञता और रेलवे के प्रति इसके योगदान को और मजबूती देगा।
मार्च तिमाही के नतीजे और मौजूदा वित्तीय स्थिति
हालांकि, कंपनी के तिमाही नतीजे थोड़े निराशाजनक रहे। एचबीएल इंजीनियरिंग ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही (Q4FY25) में समेकित शुद्ध लाभ में 44% की गिरावट दर्ज की, जो ₹81 करोड़ से घटकर ₹45 करोड़ रह गया। साथ ही, राजस्व में भी 22% की गिरावट आई और यह ₹475.57 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष यह ₹610.08 करोड़ था।
इस गिरावट के बावजूद, कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति और मजबूत ऑर्डर बुक यह दर्शाती है कि वह आगे चलकर इन चुनौतियों से उबर सकती है।
एचबीएल इंजीनियरिंग का परिवर्तित चेहरा
एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड, जिसे पहले एचबीएल पावर सिस्टम्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, एक विविधीकृत भारतीय इंजीनियरिंग कंपनी है। इसका विशेष ध्यान बैटरी टेक्नोलॉजी, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, और स्पन कंक्रीट उत्पादों पर केंद्रित है। इसके उत्पाद रक्षा, रेलवे, और Renewable Energy जैसे क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं।
इस कंपनी की व्यावसायिक रणनीति में लगातार नवाचार, तकनीकी सहयोग और सार्वजनिक अवसंरचना परियोजनाओं में भागीदारी शामिल है, जो इसे अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाते हैं।